आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन खबरों पर विराम लगा दिया है, जिनमें दावा किया जा रहा था कि वह दो सीटों से किस्मत आजमाएंगे। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता लगातार यह दावा कर रहे थे कि अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से हार जाने के डर से दो सीटों से नामांकन दाखिल करेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट के अलावा किसी अन्य विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के बीजेपी नेताओं के दावे को खारिज कर दिया। आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद
केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह मात्र एक सीट से चुनाव लड़ेंगे।
क्या दो सीटों से लड़ेंगे अरविंद केजरीवाल?
प्रेस वार्ता में अरविंद केजरीवाल से जब भारतीय जनता पार्टी के इस दावे के बारे में पूछा गया कि क्या वह नई दिल्ली सीट से हार के डर से दूसरी सीट से भी चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इस पर केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा-
‘‘मैं बस एक ही सीट से चुनाव लड़ रहा हूं। और वह है नई दिल्ली विधानसभा सीट।’’
अरविंद केजरीवाल का यह स्पष्टीकरण भारतीय जनता पार्टी के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय द्वारा ‘एक्स’ पर किये गये एक पोस्ट के बाद आया है। मालवीय ने लिखा था कि नयी दिल्ली से अपनी आसन्न हार के डर से केजरीवाल अपने निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची के बारे में ‘निराधार आरोप’ लगा रहे हैं और दो सीट से चुनाव लड़ने की ‘बात’ कर रहे हैं।
केजरीवाल ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव ‘इंडिया’ गठबंधन का मामला नहीं है, क्योंकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीधा मुकाबला है।
केजरीवाल को कौन दे रहा टक्कर?
नई दिल्ली से 2013 से तीन बार के वर्तमान विधायक केजरीवाल का इस बार इस सीट पर दिल्ली के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटों के साथ कड़ा त्रिकोणीय मुकाबला है। बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित को टिकट दिया है। शीला दीक्षित तीन कार्यकालों के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं।
चुनाव आयोग की शरण में AAP
AAP नेताओं ने BJP पर नई दिल्ली समेत विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से हजारों AAP समर्थकों के नाम मतदाता सूची से हटाने के लिए भारी मात्रा में आवेदन दाखिल करने का आरोप लगाया है।प्रेसवार्ता में केजरीवाल ने कहा कि बृहस्पतिवार शाम निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के साथ आप नेताओं की बैठक होगी, जिसमें मतदाताओं के नाम हटाने समेत सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
AAP सुप्रीमो ने विधानसभा चुनाव के वास्ते AAP का समर्थन करने के लिए समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना समेत ‘इंडिया’ गंठबंधन के घटक दलों को भी धन्यवाद दिया।BJP विरोधी ‘इंडिया’ गठबंधन की अगुवाई कर रही कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले अपने बलबूते पर लड़ रही है और वह अब तक 48 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर चुकी है।
दिल्ली की 70सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को चुनाव होंगे तथा मतगणना आठ फरवरी को होगी।