दुबई से सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कन्नड़ अभिनेत्री हर्षवर्धिनी रान्या उर्फ रान्या राव (Ranya Rao gold smuggling case) अब एक नई वजह से सुर्खियों में हैं। हाल ही में यह खुलासा हुआ कि फरवरी 2023 में पूर्ववर्ती कर्नाटक सरकार ने उनकी कंपनी को इस्पात संयंत्र स्थापित करने के लिए 12 एकड़ औद्योगिक भूमि आवंटित की थी।
कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (केआईएडीबी) ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि यह आवंटन पिछली सरकार के दौरान किया गया था। इस प्रकरण ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं।
क्या है मामला?
रान्या राव, जो कि एक प्रसिद्ध कन्नड़ अभिनेत्री हैं, हाल ही में दुबई से सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार हुई थीं। उनकी गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ कि फरवरी 2023 में उनकी कंपनी ‘कसिरोदा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ को कर्नाटक सरकार ने तुमकुर जिले के सिरा औद्योगिक क्षेत्र में स्टील उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए जमीन आवंटित की थी। इस मामले में मध्यम एवं भारी उद्योग मंत्री एमबी पाटिल के कार्यालय ने एक सरकारी अधिसूचना भी साझा की, जिसमें स्पष्ट किया गया कि जमीन औद्योगिक उपयोग के लिए दी गई थी।
KIADB ने क्या कहा?
कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (KIADB) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी महेश ने बयान जारी करते हुए कहा कि “मेसर्स कसिरोदा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड” को जमीन आवंटन की प्रक्रिया जनवरी 2023 में पूरी की गई थी।
मंत्री एमबी पाटिल के कार्यालय द्वारा साझा की गई अधिसूचना के अनुसार:
- भूमि आवंटन का उद्देश्य: ‘स्टील उत्पाद – टीएमटी बार, छड़ और संबद्ध उत्पाद’ के विनिर्माण के लिए एक औद्योगिक इकाई स्थापित करना।
- स्थान: तुमकुर जिले का सिरा औद्योगिक क्षेत्र
- कंपनी: कसिरोदा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
- आवंटन तिथि: 2 जनवरी 2023
राजनीतिक रंग लेता मामला
यह मामला ऐसे समय पर सामने आया है जब कर्नाटक की सत्ता मई 2023 में बदल चुकी है। विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराकर कांग्रेस सत्ता में आई थी। ऐसे में विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर पूर्व सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर अभिनेत्री से जुड़ी कंपनी को इतनी बड़ी जमीन आवंटित करने के पीछे क्या वजह थी?
बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के कुछ नेताओं ने दावा किया कि यह पूरा मामला गंभीर अनियमितताओं की ओर इशारा करता है और इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि क्या यह आवंटन पारदर्शी तरीके से किया गया था।
वहीं, बीजेपी के नेताओं का कहना है कि यह एक नियमित औद्योगिक आवंटन था और इसे किसी भी तरह से सोने की तस्करी के मामले से जोड़ना सही नहीं होगा।
Ranya Rao पर लगे आरोप और उनकी गिरफ्तारी
रान्या राव का नाम कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में जाना-पहचाना है, लेकिन हाल ही में उनका नाम एक अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी रैकेट (Ranya Rao gold smuggling case) से जुड़ा है। जांच एजेंसियों का दावा है कि वह दुबई से सोना लाने और अवैध रूप से देश में बेचने में शामिल थीं। उनकी गिरफ्तारी के बाद इस मामले की जांच तेज कर दी गई है और कई नए खुलासे हो सकते हैं।
यह भी पढ़ेंः सोने की तस्करी में DGP की एक्ट्रेस बेटी गिरफ्तार, क्या बोले पिता?
अब क्या होगा आगे?
- सरकारी जांच: कर्नाटक सरकार इस पूरे मामले की जांच कर सकती है कि कैसे अभिनेत्री की कंपनी को औद्योगिक जमीन आवंटित की गई थी।
- विपक्ष का दबाव: बीजेपी और कांग्रेस इस मुद्दे पर आमने-सामने आ सकते हैं, जिससे राज्य की राजनीति गर्म हो सकती है।
- अभिनेत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई: सोना तस्करी मामले में अगर उनके खिलाफ ठोस सबूत मिलते हैं, तो उन्हें लंबी कानूनी लड़ाई का सामना करना पड़ सकता है।
रान्या राव का मामला सिर्फ एक अभिनेत्री के अपराध तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें राजनीतिक, आर्थिक और कानूनी पहलू भी जुड़े हैं। जिस तरह से उनकी कंपनी को औद्योगिक जमीन आवंटित की गई, उसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि जांच में क्या नए खुलासे होते हैं और यह मामला कितना आगे बढ़ता है। फिलहाल, यह कर्नाटक की राजनीति में एक बड़ा विवाद बन चुका है।