दिशा सालियान केस में क्यों आ रहा आदित्य ठाकरे का नाम?

दिशा सालियान की रहस्यमयी मौत का मामला (Disha Salian Case) एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति में गरमा गया है। सत्तारूढ़ ‘महायुति’ गठबंधन ने इस मुद्दे को महाराष्ट्र विधानसभा और विधान परिषद में जोरदार तरीके से उठाया, जिसके बाद सदन में तीखी बहस देखने को मिली।

इस बीच, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि वह उन पर लगे आरोपों का जवाब अदालत में देंगे।

दिशा सालियान के पिता की नई याचिका ने बढ़ाई हलचल

दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान ने हाल ही में बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया और अपनी बेटी की मौत की नई जांच की मांग की है। उन्होंने अपनी याचिका में शिवसेना (उबाठा) नेता आदित्य ठाकरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग की है।

भाजपा विधायकों ने उठाए सवाल, सीबीआई जांच की मांग

भाजपा विधायक अमीत साटम ने विधानसभा में सालियान की मौत का मुद्दा उठाया और सवाल किया कि क्या उन लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा, जिनके नाम सालियान के पिता ने लिए हैं। साटम ने कहा,

“दिशा सालियान की आठ जून 2020 को मौत हुई थी, लेकिन पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला करार देकर जांच बंद कर दी। दिसंबर 2022 में एक एसआईटी का गठन किया गया, लेकिन आज तक कोई रिपोर्ट पेश नहीं की गई। सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर अब भी अटकलें जारी हैं।”

मामले में गैंगरेप और हत्या की आशंका

साटम ने आगे कहा कि सालियान के पिता ने मीडिया को बताया है कि उन्हें संदेह है कि उनकी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। उन्होंने दावा किया कि एमवीए सरकार ने मामले को दबाने की कोशिश की और पीड़ित परिवार पर चुप्पी साधने का दबाव डाला।

भाजपा नेता नितेश राणे का आरोप, पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी की मांग

भाजपा नेता नितेश राणे ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के अनुसार, जिनके खिलाफ ऐसे आरोप लगते हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। राणे ने सवाल उठाया,

“क्या पूर्व मंत्री को गिरफ्तार किया जाएगा?”

शंभूराज देसाई ने राणे का समर्थन करते हुए कहा कि कानून सबके लिए समान होना चाहिए, चाहे वह आम आदमी हो या कोई ताकतवर व्यक्ति।

Disha Salian Case में क्यों आ रहा आदित्य ठाकरे का नाम?

दिशा सालियान की मौत के कुछ ही दिन बाद सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जिससे दोनों मामलों को लेकर अटकलें तेज हो गईं। सोशल मीडिया और कई राजनीतिक दलों ने दावा किया कि दिशा सालियान की मौत और सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बीच कोई संबंध हो सकता है। आरोपों के केंद्र में आदित्य ठाकरे का नाम इसलिए आ रहा है क्योंकि कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि आदित्य ठाकरे और रिया चक्रवर्ती दोस्त थे और कथित तौर पर सुशांत की मौत के समय दोनों उनके फ्लैट में मौजूद थे।

इसके अलावा, दिशा सालियान की मौत के वक्त एक पार्टी में शामिल लोगों के नाम भी सामने आए, जिसमें आदित्य ठाकरे का नाम कथित तौर पर जोड़ा गया। हालांकि, इस मामले में सीबीआई द्वारा अभी तक कोई पुख्ता सबूत पेश नहीं किया गया है, लेकिन सोशल मीडिया और विपक्ष के आरोपों ने इसे लगातार राजनीतिक मुद्दा बनाए रखा है।

आदित्य ठाकरे का जवाब – अदालत में रखेंगे अपना पक्ष

इन आरोपों के जवाब में आदित्य ठाकरे ने कहा कि पिछले पांच वर्षों से उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा,

“मेरी छवि को खराब करने की कोशिशें लगातार जारी हैं। लेकिन हम अदालत में अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे।”

उद्धव ठाकरे ने भाजपा को दी चेतावनी

मामले में बेटे आदित्य ठाकरे को निशाना बनाए जाने पर शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा को चेतावनी दी कि झूठ को सच साबित करने की कोशिश उन पर ही भारी पड़ेगी। उन्होंने कहा,

“अगर राजनीति इतनी घटिया तरीके से की जाएगी, तो इससे सभी को नुकसान होगा। झूठ को सच बनाने की कोशिश करने वाले खुद इसके शिकार बनेंगे।”

सालियान की मौत: हत्या या आत्महत्या?

दिशा सालियान की मौत आठ जून 2020 को मलाड स्थित एक इमारत की 14वीं मंजिल से गिरकर हुई थी। मुंबई पुलिस ने इसे दुर्घटनावश मौत करार दिया था, लेकिन अब मामले में फिर से हत्या की आशंका जताई जा रही है।

वकील नीलेश ओझा का दावा – यह हत्या है

सतीश सालियान के वकील नीलेश ओझा ने आज एक प्रेस वार्ता में दावा किया कि दिशा की मौत आकस्मिक नहीं थी, बल्कि हत्या थी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने कोई फोरेंसिक साक्ष्य नहीं जुटाए और मामले को जल्दबाजी में आत्महत्या करार देकर जांच बंद कर दी।

सुशांत सिंह राजपूत का भी जुड़ा मामला?

ओझा ने यह भी आरोप लगाया कि आदित्य ठाकरे और रिया चक्रवर्ती दोस्त थे और सुशांत सिंह राजपूत की मौत के समय दोनों उनके फ्लैट में मौजूद थे।

सरकार का बयान – कानून सबके लिए समान

महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि एसआईटी की जांच अभी भी जारी है और सरकार अदालत के निर्देशों के अनुसार कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा,

“कानून सभी के लिए समान है। चाहे दोषी कितना भी ताकतवर क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”

राजनीति में बढ़ता विवाद

मामले में दोनों पक्षों की बयानबाजी से महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। विधान भवन में लगातार हंगामा हो रहा है और हर सत्र में यह मामला उठाया जा रहा है। शिवसेना (उबाठा) और महायुति गठबंधन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, लेकिन दिशा सालियान की मौत का रहस्य अब भी अनसुलझा है।

क्या सीबीआई जांच से खुलेगा सच?

अब सवाल यह उठता है कि क्या सीबीआई जांच से दिशा सालियान की मौत का सच सामने आएगा या यह मामला यूं ही राजनीति की भेंट चढ़ जाएगा। दिशा की मौत के पीछे की सच्चाई सामने आने में अभी और वक्त लग सकता है, लेकिन इस मामले ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर उबाल ला दिया है।

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