बाराबंकी पुलिस की स्वाट/सर्विलांस सेल की मोबाइल रिकवरी टीम ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से खोए हुए मोबाइल फोन की बरामदगी में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक बाराबंकी दिनेश कुमार सिंह के नेतृत्व और दिशा-निर्देशों में टीम ने 2024 से अब तक कुल 365 खोए हुए मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 50 लाख 50 हजार रुपये है।
बाराबंकी पुलिस ने बरामद किए 110 मोबाइल
10 जनवरी 2025 को, मोबाइल रिकवरी टीम ने कठिन परिश्रम और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन करते हुए 110 एंड्रायड मोबाइल फोन बरामद किए। इन बरामद मोबाइल फोन्स की कुल अनुमानित कीमत लगभग 15 लाख 50 हजार रुपये है।
एसपी ने गठित की थी स्पेशल टीम
पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में खोए हुए मोबाइल फोन की बरामदगी हेतु सर्विलांस सेल के प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव के नेतृत्व में एक स्पेशल मोबाइल रिकवरी टीम का गठन किया था। इस टीम को शीघ्रता से आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था। टीम ने आधुनिक तकनीक और सर्विलांस के माध्यम से इन मोबाइल फोन्स को ट्रैक किया और सफलता हासिल की।
बरामद मोबाइल फोन सुपुर्द
पुलिस अधीक्षक बाराबंकी ने आज पुलिस लाइन सभागार में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान बरामद मोबाइल फोन्स को उनके असली मालिकों को सौंपा। इस कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अखिलेश नारायण सिंह, क्षेत्राधिकारी सदर, और अन्य पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
पुलिस टीम का योगदान
मोबाइल रिकवरी टीम की इस सफलता में निम्नलिखित अधिकारियों और कर्मचारियों का योगदान रहा:
सर्विलांस टीम:
- निरीक्षक श्री बृजेश कुमार यादव, प्रभारी सर्विलांस सेल
- उपनिरीक्षक श्री रामाधार पटेल
- हेड कांस्टेबल शैलेन्द्र प्रताप सिंह, जितेन्द्र वर्मा
- हेड कांस्टेबल मजहर अहमद, जुबैर, चन्द्रभान
- हेड कांस्टेबल पवन गौतम, कांस्टेबल शैलेन्द्र कुमार
सामाजिक प्रभाव
मोबाइल रिकवरी टीम की यह उपलब्धि जनपद में पुलिस पर जनता के विश्वास को और अधिक मजबूत बनाती है। यह पहल न केवल तकनीकी दक्षता का प्रमाण है, बल्कि नागरिकों की समस्याओं के समाधान में पुलिस की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
स्वाट/सर्विलांस सेल, बाराबंकी द्वारा किए गए इस सराहनीय कार्य ने पुलिस के प्रति जनविश्वास को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह उपलब्धि उन तमाम प्रयासों का परिणाम है, जो पुलिस और जनता के बीच सामंजस्य स्थापित करने के उद्देश्य से किए गए हैं। पुलिस की यह पहल अन्य जनपदों के लिए भी एक मिसाल है।