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PM Modi की क्लास: एग्जाम का डर छोड़ो, जिंदगी को समझो!

PM Modi's Pariksha Pe Charcha: Overcome Exam Fear, Embrace Life! - Image of PM Narendra Modi at the event

Pariksha pe charcha highlights | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ 2025 में छात्रों को न सिर्फ पढ़ाई के टिप्स दिए, बल्कि जिंदगी को सही नजरिए से देखने की सीख भी दी। उन्होंने बताया कि परीक्षा नंबर का खेल नहीं, बल्कि सीखने और खुद को बेहतर बनाने का मौका है। इस चर्चा में लीडरशिप से लेकर एग्जाम प्रेशर तक कई अहम बातें हुईं, जो हर छात्र को जरूर जाननी चाहिए।


1. एग्जाम से बड़ा है ज्ञान, नंबर को जिंदगी मत बनाओ

PM मोदी ने साफ कहा कि “परीक्षा और ज्ञान दो अलग-अलग चीजें हैं।” उन्होंने छात्रों को समझाया कि कम नंबर आने से जीवन खत्म नहीं होता। परीक्षा सिर्फ एक पड़ाव है, मंजिल नहीं। माता-पिता को भी यह समझना चाहिए कि बच्चों की सफलता सिर्फ अंकों से तय नहीं होती।


2. लीडर कैसे बनें? क्लास मॉनिटर का सबक

प्रधानमंत्री ने नेतृत्व की असली परिभाषा बताई। उन्होंने कहा कि “लीडर बनने का मतलब सिर्फ आदेश देना नहीं, बल्कि खुद उदाहरण पेश करना है।” उन्होंने ‘क्लास मॉनिटर’ का उदाहरण देते हुए बताया कि अगर मॉनिटर खुद नियमों का पालन नहीं करेगा, तो कोई उसकी बात नहीं मानेगा।


3. एग्जाम प्रेशर से बचने का मोदी मंत्र – बनो बैट्समैन!

PM मोदी ने क्रिकेट का उदाहरण देकर समझाया कि जैसे बल्लेबाज स्टेडियम के शोर को नजरअंदाज कर सिर्फ अगली गेंद पर फोकस करता है, वैसे ही छात्रों को भी बाहरी दबाव को इग्नोर कर अपनी तैयारी पर ध्यान देना चाहिए। “दूसरों की उम्मीदों से ज्यादा अपनी मेहनत पर फोकस करो,” उन्होंने कहा।


4. माता-पिता बच्चों पर दबाव न डालें, तुलना न करें

PM मोदी ने माता-पिता से अपील की कि वे अपने बच्चों को दूसरों से तुलना करना बंद करें। उन्होंने कहा कि कम नंबर आने पर समाज के डर से घर का माहौल तनावपूर्ण हो जाता है, जो सही नहीं है। बच्चों को प्रोत्साहित करें, उन पर अनावश्यक दबाव न डालें।


5. सही टाइम मैनेजमेंट से ही मिलेगी सफलता

PM मोदी ने छात्रों को समय का सही उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ रेस्ट भी जरूरी है। टाइम मैनेजमेंट से ही स्ट्रेस फ्री होकर बेहतर रिजल्ट पाए जा सकते हैं।


6. अच्छी नींद और खान-पान भी है जरूरी

PM मोदी ने कहा कि परीक्षा के दौरान रातभर जागने से कोई फायदा नहीं, बल्कि एकाग्रता कम होती है। अच्छी नींद और सही खान-पान से ही दिमाग तेज चलता है। उन्होंने ध्यान (मेडिटेशन) करने और पॉजिटिव सोच रखने की सलाह दी।


7. ‘परीक्षा पे चर्चा’ में बड़ी हस्तियों की भी रही भागीदारी

इस बार परीक्षा पे चर्चा में दीपिका पादुकोण, मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम और आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जैसी हस्तियों ने भी छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास से कोई भी सफलता पा सकता है।


8. क्या है ‘परीक्षा पे चर्चा’?

‘परीक्षा पे चर्चा’ प्रधानमंत्री मोदी का वार्षिक कार्यक्रम है, जहां वे बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों से बातचीत करते हैं। 2018 में इसकी शुरुआत हुई थी और तब से हर साल यह कार्यक्रम देशभर में सुर्खियां बटोरता है।


निष्कर्ष: सफलता का असली मंत्र क्या है?

PM मोदी ने इस बार छात्रों को सिर्फ परीक्षा के टिप्स नहीं, बल्कि जिंदगी को सही तरीके से जीने की सीख दी। उन्होंने कहा कि सफलता का मतलब सिर्फ अच्छे नंबर नहीं, बल्कि सही दृष्टिकोण और आत्मविश्वास है।

तो अगर आप भी एग्जाम प्रेशर से परेशान हैं, तो मोदी जी का यह मंत्र याद रखें – “खुद को चुनौती दो, दूसरों की उम्मीदों से मत डराओ।” 🚀

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