घोटाले भारतीय अर्थव्यवस्था पर सबसे बड़े प्रहार हैं। ये घटनाएं न केवल जनता का विश्वास तोड़ती हैं, बल्कि देश की साख पर भी सवाल उठाती हैं। यहां भारत के 10 सबसे बड़े घोटालों (Top 10 biggest scams in India) का विस्तृत विवरण दिया गया है।
1. 1992: हर्षद मेहता शेयर मार्केट स्कैम
यह घोटाला भारत के शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा माना जाता है।
- कैसे हुआ घोटाला?
हर्षद मेहता ने बैंकों के नाम पर फर्जी चालान तैयार किए और उन पैसों को शेयर बाजार में लगाया। उसने शेयरों की कीमतें इतनी बढ़ाईं कि बाजार में भारी उथल-पुथल मच गई। - आर्थिक नुकसान:
₹4000 करोड़। - नतीजा:
हर्षद मेहता को दोषी ठहराया गया और जेल हुई। हालांकि, 2001 में जेल में उसकी मृत्यु हो गई।
2. 2003: केतन पारेख स्टॉक मार्केट स्कैम
हर्षद मेहता के बाद केतन पारेख ने शेयर बाजार को धोखा देने का नया तरीका खोजा।
- कैसे हुआ घोटाला?
केतन ने छोटे कंपनियों के शेयरों की कीमतें बढ़ाकर उन्हें ऊंचे दाम पर बेच दिया। इससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ। - आर्थिक नुकसान:
₹1200 करोड़। - नतीजा:
SEBI ने केतन पारेख पर 14 साल के लिए शेयर बाजार से प्रतिबंध लगा दिया।
3. 1991: स्टांप पेपर घोटाला (अब्दुल करीम तेलगी)
अब्दुल करीम तेलगी का यह घोटाला भारत के सबसे बड़े वित्तीय फर्जीवाड़ों में से एक है।
- कैसे हुआ घोटाला?
तेलगी ने नकली स्टांप पेपर छापे और सरकारी एजेंसियों व बैंकों को बेचा। - आर्थिक नुकसान:
₹30,000 करोड़। - नतीजा:
उसे 30 साल की जेल और ₹200 करोड़ का जुर्माना हुआ।
4. 2010: कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG) घोटाला
कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन में भ्रष्टाचार के कारण यह घोटाला सुर्खियों में आया।
- कैसे हुआ घोटाला?
खेलों के आयोजन में अनुबंधों के जरिए फर्जी बिल बनाए गए और धन की हेराफेरी की गई। - आर्थिक नुकसान:
₹70,000 करोड़। - नतीजा:
सुरेश कलमाड़ी को गिरफ्तार किया गया, लेकिन बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।
5. 2008: 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला
यह घोटाला भारत में दूरसंचार उद्योग का सबसे विवादित मामला है।
- कैसे हुआ घोटाला?
दूरसंचार लाइसेंस बेहद कम कीमतों पर जारी किए गए, जिससे सरकार को भारी नुकसान हुआ। - आर्थिक नुकसान:
₹1.76 लाख करोड़। - नतीजा:
विशेष अदालत ने 2017 में सभी आरोपियों को बरी कर दिया।
6. 2009: सत्यम घोटाला
सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज ने कंपनी के वित्तीय दस्तावेजों में हेराफेरी की।
- कैसे हुआ घोटाला?
कंपनी के संस्थापक बी. रामलिंगा राजू ने मुनाफे के आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया। - आर्थिक नुकसान:
₹14,000 करोड़। - नतीजा:
राजू को 7 साल की जेल हुई।
7. 2018: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाला
यह घोटाला भारत के बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है।
- कैसे हुआ घोटाला?
नीरव मोदी ने PNB की गारंटी का इस्तेमाल करके विदेशी बैंकों से कर्ज लिया और पैसे हड़प लिए। - आर्थिक नुकसान:
₹13,000 करोड़। - नतीजा:
नीरव मोदी लंदन में गिरफ्तार हुआ, लेकिन भारत में उसका प्रत्यर्पण अभी लंबित है।
8. 2016: विजय माल्या बैंक फ्रॉड
किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या ने बैंकों से कर्ज लेकर उसे वापस नहीं चुकाया।
- कैसे हुआ घोटाला?
माल्या ने बैंकों से कर्ज लेकर अपनी एयरलाइंस में निवेश किया, लेकिन एयरलाइंस बंद होने के बाद कर्ज नहीं लौटाया। - आर्थिक नुकसान:
₹9,000 करोड़। - नतीजा:
माल्या का प्रत्यर्पण लंबित है और उसकी संपत्तियां जब्त की गई हैं।
9. 2013: सारदा चिट फंड घोटाला
यह घोटाला गरीबों और मध्यम वर्ग को ठगने का सबसे बड़ा उदाहरण है।
- कैसे हुआ घोटाला?
सारदा ग्रुप ने उच्च रिटर्न का लालच देकर लाखों लोगों से पैसा इकट्ठा किया और बाद में फरार हो गया। - आर्थिक नुकसान:
₹4,000 करोड़। - नतीजा:
मुख्य आरोपी सुदीप्तो सेन को जेल हुई।
10. 2012: कोयला खदान आवंटन घोटाला (कोलगेट)
इस घोटाले ने कोयला खदान आवंटन की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए।
- कैसे हुआ घोटाला?
सरकार ने कोयला खदानों को नीलामी के बजाय मनमाने ढंग से आवंटित किया, जिससे भारी वित्तीय नुकसान हुआ। - आर्थिक नुकसान:
₹1.86 लाख करोड़। - नतीजा:
कई मुकदमों का अभी भी निपटारा नहीं हुआ है।
Top 10 biggest Scams in India
इन घोटालों ने यह साबित किया कि भारत में पारदर्शिता और जवाबदेही की भारी कमी है। सरकार और जनता को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसे घोटालों से बचा जा सके।