देश के 10 ऐतिहासिक और भव्य किले

भारत के 10 ऐतिहासिक और भव्य किले

भारत की मिट्टी में इतिहास की गूंज है और इन किलों में बसी हैं शौर्य और स्थापत्य की अद्भुत कहानियाँ।

चित्रदुर्ग किला (कर्नाटक)

पहाड़ों से घिरा चित्रदुर्ग किला अपनी चट्टानी संरचना और वीरता के लिए जाना जाता है। हैदराबाद के सुल्तानों और टीपू सुल्तान से जुड़ा यह किला रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण था।

आमेर फोर्ट (राजस्थान)

जयपुर के पास स्थित यह किला राजपूताना वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। शीश महल और हाथी की सवारी इसकी खास पहचान हैं।

चित्तौड़गढ़ किला (राजस्थान)

भारत का सबसे बड़ा किला, जो रानी पद्मावती की जौहर गाथा और वीरता की कहानियों के लिए मशहूर है। यह किला गौरव और बलिदान का प्रतीक है।

मेहरानगढ़ किला (जोधपुर)

राठौड़ राजाओं द्वारा निर्मित यह किला थार के बीचोंबीच खड़ा है। इसकी ऊँचाई और भव्यता इसे राजस्थान का सबसे शानदार किला बनाती है।

ग्वालियर किला  (मध्य प्रदेश)

ग्वालियर किला वास्तुकला, संगीत और शिक्षा का केंद्र रहा है। तानसेन और रानी लक्ष्मीबाई से जुड़ी कई कहानियाँ इससे जुड़ी हैं।

जैसलमेर किला (राजस्थान)

"स्वर्ण किला" कहे जाने वाला यह किला थार रेगिस्तान की रेत में चमकता है। यह आज भी एक जीवंत किला है जहाँ लोग रहते हैं।

कांगड़ा फोर्ट  (हिमाचल प्रदेश)

भारत के सबसे पुराने किलों में से एक, कांगड़ा फोर्ट ने कई आक्रमण झेले हैं। यह किला प्राकृतिक सौंदर्य और इतिहास का सुंदर संगम है।

कुंभलगढ़ किला (राजस्थान)

इस किले की दीवारें चीन की दीवार के बाद सबसे लंबी हैं। यह महाराणा प्रताप का जन्मस्थान भी है।

लाल किला (दिल्ली)

मुगल सम्राट शाहजहाँ द्वारा निर्मित लाल किला भारत की आज़ादी की प्रतीक बन चुका है। हर साल स्वतंत्रता दिवस पर यहाँ झंडा फहराया जाता है।

गोलकोंडा किला (तेलंगाना)

हीरों के लिए प्रसिद्ध यह किला आवाज की गूंज के लिए भी मशहूर है। यहीं से कोहिनूर हीरा मिला था।

इन किलों में बसता है भारत का  गौरवशाली अतीत।   आपका पसंदीदा किला कौन-सा है?