आज के समय में इमरजेंसी फंड होना बेहद महत्वपूर्ण है। क्योंकि अचानक नौकरी चली जाने या किसी मेडिकल आपात स्थिति में पैसे की बहुत जरूरत होती है और ऐसे ही मुश्किल वक्त में इमरजेंसी फंड आपके काम आता है। हम आपको बताएंगे कि आप इमरजेंसी फंड कैसे तैयार कर सकते हैं।
इमरजेंसी फंड आपकी वित्तीय सुरक्षा का पहला कदम है। यह आपको बिना कर्ज के मुश्किल समय में मदद करता है। इसके माध्यम से आप मानसिक शांति पा सकते हैं और जीवन के अनिश्चित समय का सामना आत्मविश्वास के साथ कर सकते हैं।
इमरजेंसी फंड एक बचत खाता है जिसमें केवल आपात स्थितियों के लिए पैसा रखा जाता है। यह रोजमर्रा की बचत से अलग है और इसका उपयोग केवल अत्यधिक जरूरत के समय किया जाता है।
- अपने मासिक खर्चों की गणना करें। - 3 से 6 महीने के खर्चों का लक्ष्य रखें। - अपनी जीवनशैली, परिवार के सदस्यों और आय के अनुसार इसे समायोजित करें।
1. छोटे से शुरू करें—चाहे ₹500 प्रति माह ही क्यों न हो। 2. अपनी प्राथमिकताओं में इसे ऊपर रखें। 3. हर महीने ऑटोमैटिक ट्रांसफर सेट करें।
-बचत खाता: त्वरित पहुंच के लिए। -लिक्विड फंड: थोड़ा बेहतर रिटर्न के लिए। - फिक्स्ड डिपॉजिट: अगर तुरंत जरूरत न हो।
1. गैर-जरूरी खर्चों को पहचानें और कटौती करें। 2. हर महीने बजट बनाएं। 3. अपनी बचत को प्राथमिकता दें।
- इमरजेंसी फंड लिक्विडिटी प्रदान करता है। - निवेश दीर्घकालिक उद्देश्यों के लिए होता है। - दोनों का उद्देश्य अलग है, इन्हें मिक्स न करें।
- हर साल अपनी फंड राशि की समीक्षा करें। - अपनी आय और खर्चों में बदलाव के अनुसार इसे बढ़ाएं। - अप्रत्याशित आय (जैसे बोनस) का कुछ हिस्सा इसमें डालें।