Site icon

एयर डिफेंस सिस्टम: जानिए कैसे काम करती है ‘इनविजिबल शील्ड’?

what is air defence system in hindi

एयर डिफेंस सिस्टम क्या है? भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच एक टेक्नोलॉजी, जिसकी चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है, वो है एयर डिफेंस सिस्टम (Air Defense System)। यही वह कवच है, जिसने पड़ोसी मुल्क के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे तमाम वीडियोज में आपने देखा होगा, कोई मिसाइल आती है और बीच आसमान में धमाके से फट जाती है। इसे मिसाइल अटैक को नाकाम करता है एयर डिफेंस सिस्टम
ये साइंस और टेक्नोलॉजी का कमाल है। चाहे यूक्रेन-रूस वॉर हो या भारत-पाकिस्तान टकराव, ये सिस्टम हजारों जानें बचा चुका है। आइए समझते हैं, ये ‘इनविजिबल शील्ड’ कैसे काम करती है।

एयर डिफेंस सिस्टम क्या है? (What is Air Defense System)

इसे समझने के लिए गेमिंग की दुनिया का उदाहरण लेते हैं। जैसे PUBG में आप रडार से दुश्मनों का पता लगाते हैं और ग्रेनेड फेंकते हैं, वैसे ही असल ज़िंदगी में एयर डिफेंस सिस्टम 3 स्टेप्स में काम करती है:

  1. देखो (रडार से खतरा ढूंढो),
  2. पहचानो (मिसाइल है या ड्रोन?),
  3. मारो (उसे आसमान में ही नष्ट कर दो)।

एयर डिफेंस सिस्टम की ताकत

एयर डिफेंस सिस्टम को समझने के लिए इसे चार भागों में बांटते हैंः

1. रडार

लॉन्ग-रेंज रडार: ये 500 KM दूर से भी मिसाइल को स्पॉट कर लेते हैं। जैसे, रूस का S-400 सिस्टम।

फेज्ड एरे रडार: ये एक साथ 100+ टार्गेट ट्रैक कर सकते हैं। इनकी स्पीड इतनी है कि आपका स्नैपचैट स्टोरीज डिलीट होने से पहले ही ये मिसाइल को लॉक कर लेते हैं!

EO/IR सेंसर: ये नाइट-विजन कैमरे की तरह काम करते हैं। स्टील्थ प्लेन को भी पकड़ लेते हैं।

2. कमांड सेंटर

इसे ‘वॉट्सऐप ग्रुप’ समझिए, जहां रडार, सैटेलाइट, और सोल्जर रियल-टाइम में डेटा शेयर करते हैं। AI की मदद से ये तय करता है: “किस मिसाइल को पहले मारा जाए?”

3. इंटरसेप्टर मिसाइल

4. साइबर सिक्योरिटी

क्योंकि आजकल दुश्मन सिस्टम को हैक करने या जैम करने की कोशिश भी करते हैं।

एयर डिफेंस सिस्टम कैसे काम करता है?

  1. अलर्ट! → रडार को कोई ऑब्जेक्ट दिखता है।
  2. फ्रॉड या फ्रेंड? → AI बताता है: ये दुश्मन की मिसाइल है या अपना प्लेन?
  3. टार्गेट लॉक → कमांड सेंटर इंटरसेप्टर मिसाइल को लॉन्च करता है।
  4. Boom! → मिसाइल और टार्गेट आसमान में टकराते हैं।
  5. कन्फर्म किल → दूसरे सेंसर चेक करते हैं कि खतरा खत्म हुआ या नहीं।

दुनिया के टॉप 3 एयर डिफेंस सिस्टम

  1. रूस का S-400 Triumph: इसे “मिसाइल किलर” कहते हैं। यूक्रेन वॉर में इसने कई कीव के रॉकेट्स को रोका।
  2. इज़राइल का Iron Dome: 90% सक्सेस रेट! हमास के 5000+ रॉकेट्स इसे रोक चुके हैं।
  3. अमेरिका का Patriot: इसी सिस्टम ने साल 1991 में सद्दाम हुसैन की स्कड मिसाइलों को रोका था।

भारत की एयर डिफेंस पावर

भारत के एयर डिफेंस सिस्टम का पाकिस्तान के पास कोई तोड़ नहीं है। पाकिस्तान ने रात के अंधेरे में जब भी घात करने की नापाक कोशिश की है, उसे भारत के एयर डिफेंस सिस्टम की वजह से मुंह की खानी पड़ी है। आइए जानते हैं भारत के पास मौजूद 5 गेम चेंजर एयर डिफेंस पावर के बारे मेंः

1. S-400 Triumph (रूस)

2. Akash मिसाइल सिस्टम (मेड इन इंडिया)

3. Iron Dome (इज़राइल)

4. ड्रोन-किलर टेक्नोलॉजी

5. बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD)

एयर डिफेंस सिस्टम की चुनौतियां

2030 तक कैसी होगी एयर डिफेंस?

कन्क्लूज़न: क्या एयर डिफेंस सिस्टम ‘अजेय’ हैं?

नहीं, लेकिन टेक्नोलॉजी तेज़ी से बदल रही है। आज जो Iron Dome यूक्रेन में लगा है, वो 10 साल पहले साइंस फिक्शन लगता था। फ्यूचर में, एयर डिफेंस सिस्टम और स्मार्ट होंगे, लेकिन साथ ही हैकर्स और हाइपरसोनिक मिसाइलों की चुनौती भी बढ़ेगी।

 

Exit mobile version