उत्तर प्रदेश की सियासत में फिर से बयानबाजी तेज हो गई है! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर तगड़ा हमला बोलते हुए पूछा, “समाजवादियों ने आंबेडकर का सम्मान कब से करना शुरू कर दिया?”
कन्नौज मेडिकल कॉलेज पर विवाद
योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान आरोप लगाया कि
“सपा सरकार ने कन्नौज मेडिकल कॉलेज का नाम बदल दिया और आंबेडकर स्मारकों को तोड़कर विवाह भवन बनाने की योजना बनाई थी। 2012 में जब आपकी (समाजवादी पार्टी) सरकार बनी थी, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री (अखिलेश यादव) ने कहा था कि आंबेडकर जी और अन्य सामाजिक न्याय के महापुरुषों के नाम पर बने स्मारकों को तोड़कर विवाह भवन बना देंगे।”
‘गेस्ट हाउस कांड’ पर घेरा
मुख्यमंत्री ने सपा के इतिहास पर निशाना साधते हुए गेस्ट हाउस कांड का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा-
“सपा के कार्य को दुनिया ने अपनी आंखों से देखा है। उनको कहीं से भी क्लीन चिट मिल जाए, फिर भी वे अपने पापों से छुटकारा नहीं पा सकते।”
बता दें कि 1995 के गेस्ट हाउस कांड में जब बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुलायम सिंह यादव सरकार से समर्थन वापस लिया था, तब कथित तौर पर सपा कार्यकर्ताओं ने गेस्ट हाउस में उन पर हमला कर दिया था। बाद में भाजपा नेताओं ने उन्हें बचाया और मुलायम सरकार को बर्खास्त कर दिया गया।
संविधान का अमृत महोत्सव वर्ष
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “यह वर्ष भारत के संविधान का अमृत महोत्सव वर्ष है। 26 जनवरी 1950 को लागू हुए संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर और अन्य संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि देने का अवसर है।”
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पंच तीर्थों का निर्माण किया गया है और लखनऊ में आंबेडकर के नाम पर अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक केंद्र बन रहा है।
अयोध्या और सांस्कृतिक विरासत पर जोर
मुख्यमंत्री ने विपक्ष को घेरते हुए कहा, “पहले अयोध्या में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई थी, लेकिन अब हर दिन 8-10 लाख श्रद्धालु यहां आते हैं।”
उन्होंने घोषणा की कि अयोध्या में सनातन धर्म संग्रहालय के लिए भूमि अधिग्रहित कर ली गई है, जिसमें दुनिया भर के मंदिरों की वास्तुकला को प्रदर्शित किया जाएगा।
इसके अलावा, बहराइच में महाराजा सुहेलदेव का विजय स्तम्भ, श्रृंगवेरपुर में भगवान राम और निषादराज गुहा की 56 फुट ऊंची प्रतिमा, संत रविदास और संत कबीर के लिए समर्पित योजनाओं जैसी परियोजनाओं की भी जानकारी दी।
‘एक जिला, एक उत्पाद’ से बढ़ा व्यापार
योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की आर्थिक वृद्धि को रेखांकित करते हुए कहा कि ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ODOP) योजना से यूपी के पारंपरिक उत्पादों को नई पहचान मिली है।
उन्होंने कहा, “काला नमक चावल, जिसे भगवान बुद्ध का प्रसाद कहा जाता है, उसे सरकार ने विशेष पहचान दिलाई है।”
‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ का शताब्दी वर्ष
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह वर्ष इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि काकोरी ट्रेन एक्शन का यह शताब्दी वर्ष है। यह हमारे स्वतंत्रता संग्राम का एक अहम अध्याय है और हम इसे पूरे भव्यता के साथ मना रहे हैं।”
क्या कहती है सपा?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इन आरोपों पर समाजवादी पार्टी की तरफ से अभी कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में यह बहस तेज हो गई है कि क्या सपा ने सच में आंबेडकर का सम्मान करना शुरू कर दिया है, या फिर यह सिर्फ चुनावी राजनीति का हिस्सा है?
अब देखने वाली बात होगी कि सपा इन आरोपों का क्या जवाब देती है और इस सियासी बयानबाजी में अगला वार कौन करता है!