trichy airport | तिरुचिरापल्ली से शारजाह जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान IX 613 तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतर गई है। बता दें, एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक फ्लाइट ने तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली (त्रिची) के ऊपर मिड-एयर इमरजेंसी घोषित की थी। फ्लाइट में हाइड्रोलिक सिस्टम की खराबी के कारण यह आपातकालीन स्थिति उत्पन्न हुई थी।
इस फ्लाइट में 140 यात्री सवार थे, जो त्रिची से शारजाह के लिए शाम 5:43 बजे रवाना हुई थी। टेक-ऑफ के कुछ देर बाद ही विमान में तकनीकी खराबी आने की जानकारी मिली थी।
हाइड्रोलिक फेलियर की वजह से मिड-एयर इमरजेंसी
त्रिची एयरपोर्ट के निदेशक के अनुसार, पायलट ने हवाई स्टेशन को हाइड्रोलिक फेलियर की सूचना दी। हाइड्रोलिक फेलियर तब होता है जब विमान का वह सिस्टम जिसमें उच्च दाब वाले तरल पदार्थों का उपयोग किया जाता है, काम करना बंद कर देता है।
यह सिस्टम लैंडिंग गियर, ब्रेक और फ्लैप्स जैसे महत्वपूर्ण हिस्सों को नियंत्रित करता है। इस प्रकार की खराबी होने पर विमान की लैंडिंग प्रक्रिया को अधिक जटिल और जोखिमपूर्ण बना देती है।
trichy airport पर 45 मिनट तक हवा में रहा विमान
त्रिची एयरपोर्ट निदेशक ने बताया कि इमरजेंसी घोषित किए जाने के बाद विमान त्रिची के हवाई क्षेत्र में मंडराता रहा। ताकि फ्यूल को खत्म किया जा सके।
उन्होंने बताया कि विमान के वज़न को कम करने के लिए ईंधन डंपिंग पर भी विचार किया जा रहा था, लेकिन चूंकि विमान रिहायशी इलाकों के ऊपर उड़ान भर रहा है, इस प्रक्रिया को नहीं अपनाया गया।
‘बेली लैंडिंग’ की थी योजना (What is Belly landing)
एयरपोर्ट अधिकारी और प्रशासन फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर रहे हैं। इस स्थिति में विमान की ‘बेली लैंडिंग’ कराने की योजना भी तैयार की गई थी।
बेली लैंडिंग वह प्रक्रिया है, जिसमें विमान बिना लैंडिंग गियर का उपयोग किए सीधे अपने पेट के बल लैंड करता है। इसके लिए एयरपोर्ट की रनवे पर विशेष तैयारियां की जाती हैं ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सुरक्षित लैंडिंग से राहत की सांस
त्रिची के जिला कलेक्टर ने बताया कि एयरपोर्ट निदेशक ने आश्वस्त किया था कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, और विमान सुरक्षित रूप से लैंड करेगा। सुरक्षित लैंडिंग के बाद एयरपोर्ट प्रशासन ने राहत की सांस ली।
सुरक्षा के सभी उपाय किए गए
जिला कलेक्टर ने यह भी बताया कि एहतियात के तौर पर एम्बुलेंस और बचाव दल को स्टैंडबाय पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान की जा सके। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
विमान में हाइड्रोलिक फेलियर जैसी तकनीकी समस्याएं उड़ान के दौरान दुर्लभ होती हैं, लेकिन ऐसी स्थितियों में विशेषज्ञों की सावधानी और त्वरित निर्णय यात्रियों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।