पंजाब के विवादित पादरी और स्वयंभू भविष्यवक्ता बजिंदर सिंह को 2018 के यौन उत्पीड़न मामले में मोहाली कोर्ट ने दोषी करार दिया है। वहीं, इसी मामले में आरोपी बनाए गए पांच अन्य व्यक्तियों को अदालत ने बरी कर दिया। बजिंदर सिंह को पीड़िता का यौन शोषण करने और धमकी देकर ब्लैकमेल करने का दोषी पाया गया।
क्या है पूरा मामला?
मामला 2018 का है, जब पंजाब के जीरकपुर की एक महिला ने बजिंदर सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि चंडीगढ़ के सेक्टर-63 स्थित बजिंदर सिंह के घर में उसके साथ यौन शोषण किया गया। इसके बाद कथित तौर पर इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया गया और पीड़िता को धमकी दी गई कि अगर उसने इस घटना की जानकारी किसी को दी या विरोध किया तो वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा।
पीड़िता ने मामले की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद जांच शुरू हुई और जुलाई 2018 में दिल्ली एयरपोर्ट से बजिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। उस समय वह लंदन जाने की तैयारी में थे, जहां उन्हें एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेना था। हालांकि, उसी साल बाद में बजिंदर सिंह को जमानत मिल गई थी।
मोहाली कोर्ट का फैसला
मामले की सुनवाई 19 मार्च को मोहाली कोर्ट में हुई, जहां बजिंदर सिंह समेत छह आरोपी पेश हुए। अदालत ने बजिंदर सिंह को यौन शोषण और धमकी देने के आरोप में दोषी पाया, जबकि बाकी पांच आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया।
समर्थकों का विरोध प्रदर्शन
बजिंदर सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ उनके समर्थकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। समर्थकों ने एफआईआर को रद्द करने की मांग की और इसे साजिश करार दिया। बुधवार को हुए विरोध प्रदर्शन में उनके अनुयायियों ने सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की।
‘यशु यशु’ पादरी के नाम से मशहूर
बजिंदर सिंह को उनके अनुयायी ‘यशु यशु’ पादरी के नाम से जानते हैं। उनके प्रवचनों के दौरान अक्सर ‘मेरा यशु यशु’ का जिक्र होता है, जिसकी वजह से वे इस नाम से मशहूर हो गए। उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं, जिन्हें लाखों लोग देखते हैं।
अभी और मामलों में फंसे हैं बजिंदर सिंह
बजिंदर सिंह पहले भी कई बार विवादों में रहे हैं। हाल ही में उनके खिलाफ अन्य यौन शोषण और हमले के मामले दर्ज किए गए हैं।
- कपूरथला मामला: इस महीने की शुरुआत में पंजाब के कपूरथला में एक 22 वर्षीय युवती ने बजिंदर सिंह पर यौन उत्पीड़न, पीछा करने और धमकाने का आरोप लगाया था। हालांकि, बजिंदर सिंह ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह साजिश उनके खिलाफ एक अन्य पादरी द्वारा रची गई है।
- वायरल वीडियो विवाद: कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें बजिंदर सिंह अपने ऑफिस में एक पुरुष और महिला पर किताब और फोन फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस घटना के बाद उनके चर्च में काम करने वाली एक महिला ने इस्तीफा दे दिया और आरोप लगाया कि चर्च में युवा महिलाओं और लड़कियों का शोषण हो रहा है।
- महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार: वीडियो में शामिल महिला ने आरोप लगाया कि बजिंदर सिंह ने चर्च में कई महिलाओं और लड़कियों का उत्पीड़न किया। उन्होंने यह भी दावा किया कि जो महिलाएं उनके खिलाफ आवाज उठाती थीं, उन्हें धमकाकर चुप करा दिया जाता था।
लंदन जाने से पहले हुई थी गिरफ्तारी
2018 में जब बजिंदर सिंह लंदन में एक ‘हीलिंग इवेंट’ में भाग लेने जा रहे थे, उसी दौरान उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने उस समय इस गिरफ्तारी को लेकर कई अहम सबूत जुटाए थे, जिनके आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई हुई।
बचाव में क्या बोले बजिंदर सिंह?
बजिंदर सिंह ने खुद पर लगे सभी आरोपों को साजिश करार दिया और दावा किया कि उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक अन्य पादरी ने उनके खिलाफ साजिश रचकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की है।
समर्थकों की मांग – रद्द हो एफआईआर
बजिंदर सिंह के समर्थकों ने एफआईआर रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है। उनके अनुयायियों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन भी किया और न्याय की गुहार लगाई।
फर्जी पादरी और विवादित भविष्यवक्ता बजिंदर सिंह के खिलाफ मोहाली कोर्ट का यह फैसला एक बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, समर्थकों की ओर से विरोध प्रदर्शन के बावजूद, कानूनी प्रक्रिया जारी है और इस मामले में आगे की सुनवाई से जुड़े फैसले पर सबकी नजरें टिकी हैं।