बेंगलुरु (Bengaluru) में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 18 वर्षीय छात्र से देर रात एक टैक्सी ड्राइवर ने ₹3000 की जबरन वसूली की। पीड़ित छात्र ने पुलिस से मदद की गुहार भी लगाई, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला।
क्या है मामला?
यह घटना मृणाली प्रियदर्शिनी नाम की लिंक्डइन यूजर ने साझा की गई है, जिन्होंने अपने 18 वर्षीय भाई के साथ हुई इस भयावह घटना को विस्तार से बताया।
घटना आधी रात के बाद की है, जब 18 वर्षीय छात्र बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा। उसने कई बार OLA, UBER और RAPIDO के जरिए टैक्सी बुक करने की कोशिश की, लेकिन बुकिंग फेल हो गई। मजबूर होकर उसने एक एयरपोर्ट टैक्सी बुक की और अपने पीजी, येलेहंका जाने के लिए रवाना हुआ।
ड्राइवर ने बदला रूट और बढ़ाई दूरी
छात्र ने बताया कि टैक्सी ड्राइवर ने शुरुआत में रैपिडो ऐप पर दिखाए गए ₹800 के किराए पर सहमति जताई थी। लेकिन, ड्राइवर ने जानबूझकर 19 किमी की छोटी दूरी की बजाय 24 किमी लंबा रूट लिया।
धमकी देकर वसूले ₹3000
मृणाली प्रियदर्शिनी ने बताया कि रास्ते में सुनसान इलाके में पहुंचकर ड्राइवर ने टैक्सी रोक दी और उतरकर छात्र को धमकाना शुरू कर दिया। उसने छात्र से ₹3000 की मांग की और कहा कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो वह उसे अपने दोस्तों के पास ले जाएगा, जहां उसके साथ कुछ भी हो सकता है। मृणाली के मुताबिक, जब उनके भाई ने टैक्सी ड्राइवर से कहा कि किराया तो 800 रुपये तय हुआ था, तो वह 3000 रुपये क्यों दे? इस पर टैक्सी ड्राइवर ने कथित तौर पर उनके भाई को धमकाते हुए कहा-
क्योंकि मुझे ₹3000 चाहिए. और अगर तू पैसे नहीं देगा तो मैं तेरे को अपने फ्रेंड के घर लेकर जाऊंगा और फिर तू देख, वहां तेरे साथ क्या होता है.
पुलिस ने नहीं की मदद
बहस के दौरान घबराए छात्र की नजर बाइक पेट्रोलिंग टीम पर पड़ी। पुलिस की बाइक पेट्रोलिंग टीम में दो पुलिसकर्मी थे, छात्र ने उन्हें पूरी घटना बताई। उसने बताया कि ड्राइवर उसे धमका रहा है और पैसे वसूलने की कोशिश कर रहा है। लेकिन पुलिसकर्मियों ने कोई कदम उठाने के बजाय कहा कि ड्राइवर ₹3000 नहीं वसूल सकता और यदि मामला सुलझाना है तो ड्राइवर के साथ पुलिस स्टेशन जाना होगा।
ड्राइवर के साथ जाने से डरा छात्र
छात्र ने पुलिस से कहा कि वह ड्राइवर के साथ थाने जाने में असुरक्षित महसूस कर रहा है, लेकिन पुलिस ने उसकी बात अनसुनी कर दी और वहां से चली गई।
Bengaluru Cab Driver ने पैसे लेकर छोड़ा
अंततः छात्र ने अपनी जान बचाने के लिए ड्राइवर को ₹3000 दे दिए और वह उसे उसके गंतव्य तक छोड़कर चला गया। हालांकि, छात्र सुरक्षित घर पहुंच गया, लेकिन इस घटना ने उसे मानसिक रूप से झकझोर कर रख दिया।
मृणाली प्रियदर्शिनी ने पुलिस पर उठाए सवाल
मृणाली प्रियदर्शिनी ने बेंगलुरु सिटी पुलिस से सवाल किया है कि आखिर एक डरे-सहमे किशोर को इस तरह अकेला छोड़कर पुलिसकर्मी कैसे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस समय पर हस्तक्षेप करती तो इस घटना को रोका जा सकता था।
सोशल मीडिया पर मामला गरमाया
मृणाली प्रियदर्शनी द्वारा साझा की गई यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई है। उन्होंने टैक्सी का नंबर प्लेट (KA53AB5106) भी पोस्ट किया है और मांग की है कि बेंगलुरु सिटी पुलिस को जवाबदेह ठहराया जाए और ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
समाज में बढ़ते खतरे पर चिंता
इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रात में अकेले यात्रा करने वाले यात्रियों, खासकर किशोर और महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं, यह विचारणीय है।
अब देखना यह है कि इस मामले में पुलिस क्या कदम उठाती है और आरोपी ड्राइवर पर क्या कार्रवाई होती है। लोगों ने बेंगलुरु सिटी पुलिस से इस मामले में जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग की है।