Blinkit की नई पहल: अब 10 मिनट में इमरजेंसी एम्बुलेंस सेवा, गुरुग्राम में शुरू हुआ अभिनव प्रयोग

गुरुग्राम, जुलाई 2025 — किराने की 10 मिनट डिलीवरी से लेकर अब ज़िंदगी बचाने तक — फूड डिलीवरी स्टार्टअप Blinkit ने अब इमरजेंसी हेल्थकेयर के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। Blinkit के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने हाल ही में जानकारी साझा करते हुए बताया कि कंपनी ने कुछ महीने पहले गुरुग्राम में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत “Blinkit Ambulances” सेवा की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य है — एम्बुलेंस भी उतनी ही तेजी से पहुंचे, जितनी तेजी से ग्रॉसरी।

5 एम्बुलेंस से शुरुआत, अब 12 एम्बुलेंस 6 डिपो से सक्रिय

2024 की शुरुआत में महज 5 एम्बुलेंस के साथ गुरुग्राम के गोल्फ कोर्स रोड क्षेत्र में सीमित दायरे में सेवा शुरू की गई थी। आज यह सेवा गुरुग्राम के लगभग आधे क्षेत्र को कवर कर रही है, और इसमें 12 एम्बुलेंस 6 अलग-अलग डिपो से संचालित हो रही हैं।

दीपिंदर गोयल के मुताबिक, अब तक 594 कॉल्स पर प्रतिक्रिया दी जा चुकी है, जिनमें 50% कॉल्स क्रिटिकल इमरजेंसी की श्रेणी में आती थीं। सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि इन एम्बुलेंसों ने 83% मामलों में 10 मिनट के भीतर मरीज तक पहुंचने में सफलता हासिल की है।


आँकड़ों के पीछे की असली कहानी: डर, उम्मीद और करुणा

गोयल ने यह भी स्वीकार किया कि इस परियोजना ने उन्हें एक नई सच्चाई से अवगत कराया — लोग आज भी एम्बुलेंस बुलाने से हिचकिचाते हैं। कई बार मरीज के परिजन टैक्सी या निजी वाहन को प्राथमिकता देते हैं, इस डर से कि कहीं एम्बुलेंस समय पर न पहुंचे।

इस मानसिकता को बदलना, और लोगों का भरोसा जीतना इस सेवा की सबसे बड़ी चुनौती है।


पैरामेडिक्स की कमी और ट्रेनिंग की पहल

Blinkit को यह भी समझ में आया कि मेडिकल सहायता के साथ-साथ मानवीय करुणा दिखा सकने वाले पैरामेडिक्स की भारी कमी है। इसीलिए कंपनी अब इन-हाउस पैरामेडिक ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू कर रही है, जिससे न केवल तकनीकी ज्ञान बल्कि संवेदनशीलता और प्रोफेशनलिज्म का संतुलन सिखाया जाएगा।


यह सिर्फ एक प्रोजेक्ट नहीं, एक ज़िम्मेदारी है

Blinkit Ambulances के पीछे का विज़न सिर्फ एक व्यापारिक विस्तार नहीं है, बल्कि यह जीवन रक्षक सेवा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। गोयल ने अपनी पोस्ट में लिखा —

“यह कठिन है, भावनात्मक है और यह अभी भी हमारे लिए Day 1 है। हम सीख रहे हैं, समर्पित हैं और तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हर व्यक्ति को यह भरोसा न हो जाए कि 10 मिनट में जीवन रक्षक मदद पहुंच सकती है।”


क्या आपको या आपके अपनों को मिली है Blinkit Ambulance की मदद?

गोयल ने जनता से आग्रह किया कि यदि किसी को Blinkit Ambulance सेवा से मदद मिली हो, तो वह अपनी कहानी साझा करें।

“आपकी कहानी हमारी टीम के लिए ईंधन का काम करेगी, जो हमें लगातार आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी।”


आगे क्या?

Blinkit Ambulance सेवा अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन इसकी सफलता और सराहना को देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में यह सेवा देश के अन्य हिस्सों में भी शुरू की जा सकती है। अगर तकनीक, सेवा और मानवीय संवेदना का यह मॉडल सफल होता है, तो भारत में इमरजेंसी हेल्थकेयर के स्वरूप में एक आवश्यक और ऐतिहासिक बदलाव आ सकता है।


🔴 संक्षेप में:

  • 5 एम्बुलेंस से शुरू होकर अब 12 एम्बुलेंस
  • 594 कॉल्स, 50% क्रिटिकल
  • 83% मामलों में 10 मिनट के भीतर पहुंच
  • पैरामेडिक ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू
  • सेवा गुरुग्राम के आधे हिस्से में
  • उद्देश्य: हर नागरिक को भरोसा हो कि 10 मिनट में मदद ज़रूर पहुंचेगी

आपकी राय?
क्या Blinkit Ambulance मॉडल देशभर में लागू किया जाना चाहिए? क्या आप भी इस सेवा का अनुभव कर चुके हैं? अपनी राय और अनुभव हमारे साथ नीचे कमेंट में साझा करें।


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