देश के 10 मोस्ट वांटेड आतंकवादी: पहलगाम हमले के बाद फिर उठे सवाल

Top 10 most wanted terrorists | जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ ताजा आतंकी हमला एक बार फिर देश की सुरक्षा एजेंसियों के सामने कई गंभीर सवाल खड़े कर गया है। गोलियों की गूंज और आतंकी हमले में जान गंवाने वालों की तस्वीरों ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
यह हमला महज एक इत्तेफाक नहीं, बल्कि उन आतंकी नेटवर्क्स की सक्रियता का सबूत है, जिनके सरगना आज भी फरार हैं और दुनिया भर से भारत के खिलाफ साजिशें रच रहे हैं।

भारत के लिए यह कोई नई जंग नहीं है। दशकों से ये चेहरे देश की जड़ों को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। संसद पर हमला हो या मुंबई धमाके, पुलवामा हो या ताजा पहलगाम हमला, इन सबके पीछे कहीं न कहीं इन मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की साजिशें रही हैं।
तो आइए जानते हैं उन 10 सबसे खतरनाक मोस्ट वांटेड आतंकवादियों के बारे में, जिनकी तलाश आज भी जारी है…

Top 10 most wanted terrorists

1. मौलाना मसूद अजहर — जैश-ए-मोहम्मद का सरगना

मौलाना मसूद अजहर, जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक और प्रमुख चेहरा है। भारत में कई बड़े आतंकी हमलों की साजिशों में इसका नाम प्रमुखता से सामने आया है।
प्रमुख आतंकी हमले:

  • 1 अक्तूबर 2001: जम्मू-कश्मीर विधानसभा भवन पर हमला, 38 लोग मारे गए।
  • 13 दिसंबर 2001: भारतीय संसद पर हमला, 9 लोगों की जान गई।
  • 2 जनवरी 2016:  पंजाब के पठानकोट में आतंकी हमला, 7 जवान शहीद।
  • 14 फरवरी 2019: पुलवामा हमला, 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत।

मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है, फिर भी पाकिस्तान में आजाद घूमता है।

2. हाफिज मुहम्मद सईद — लश्कर-ए-तैयबा का मास्टरमाइंड

हाफिज सईद, लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा जैसे आतंकी संगठनों का सरगना है। भारत पर हुए कई घातक हमलों की जड़ में यही है।
प्रमुख आतंकी हमले:

  • 22 दिसंबर 2000: लाल किला हमला, 3 लोगों की मौत।
  • 1 जनवरी 2008: रामपुर सीआरपीएफ कैंप पर हमला।
  • 26/11 मुंबई हमला (2008): 166 निर्दोषों की जान गई।
  • 5 अगस्त 2015: उधमपुर में बीएसएफ काफिले पर हमला।

हाफिज को भी अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक आतंकी करार दिया है।

3. जकी-उर-रहमान लखवी — लश्कर का ऑपरेशन कमांडर

जकी-उर-रहमान लखवी, लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख ऑपरेशन कमांडर रहा है। 26/11 मुंबई हमलों की साजिश रचने और उसे अंजाम तक पहुंचाने में लखवी की भूमिका सबसे अहम मानी जाती है। आज भी ये आतंक का नेटवर्क पाकिस्तान से संचालित कर रहा है।

4. दाउद इब्राहीम कास्कर — अंडरवर्ल्ड का डॉन और आतंकी नेटवर्क का फाइनेंसर

दाउद इब्राहीम न सिर्फ भारत, बल्कि वैश्विक स्तर पर कुख्यात अपराधी है।

प्रमुख अपराध:

  • 1993 मुंबई सीरियल बम धमाके: 257 लोग मारे गए, 1000 से ज्यादा घायल।
  • नकली नोटों का जाल फैलाना, मनी लॉन्ड्रिंग, और आतंक को फंडिंग करना इसके गुनाहों की लंबी फेहरिस्त है।

आज भी दाउद पाकिस्तान में बैठे-बैठे अपने नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा है।

5. बाधवा सिंह बब्बर — बब्बर खालसा इंटरनेशनल का सरगना

वाधवा सिंह बब्बर ने सिख उग्रवाद को वैश्विक मंच तक पहुंचाया।

प्रमुख आतंकी घटनाएं:

  • जून 1985: एयर इंडिया कनिष्का विमान बम ब्लास्ट, 329 मौतें।
  • अगस्त 1995: पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या।
  • 2005: दिल्ली के सिनेमाघरों में बम धमाके।

वाधवा सिंह बब्बर, आज भी भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है।

6. लखबीर सिंह उर्फ रोडे — अंतरराष्ट्रीय सिक्ख यूथ फेडरेशन का प्रमुख

  • लखबीर सिंह रोडे, पंजाब में आतंक की जड़ें फिर से मजबूत करने की कोशिशों में जुटा है।
  • भारत में हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी करवाना इसका मुख्य एजेंडा रहा है।
  • फिलहाल यह पाकिस्तान में छिपा बैठा है और वहीं से अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा है।

7. रणजीत सिंह उर्फ नीता — खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का चेहरा

रणजीत सिंह ने ट्रेनों और बसों को अपना निशाना बनाया।

प्रमुख हमले:

  • 1996: झेलम एक्सप्रेस बम ब्लास्ट।
  • 1997: पठानकोट में दो बसों में विस्फोट।
  • 1998: शालीमार एक्सप्रेस विस्फोट।
  • 1999: पूजा एक्सप्रेस पर बम विस्फोट।
  • 2000: सियालदाह एक्सप्रेस व कैलाश गेस्ट हाउस विस्फोट।

नीता भी फिलहाल पाकिस्तान में रहकर भारत के खिलाफ साजिशें रच रहा है।

8. परमजीत सिंह उर्फ पंजवार — खालिस्तान कमांडो फोर्स का सरगना

पंजवार ने नशे और हथियारों के जरिए पंजाब में अस्थिरता फैलाने की मुहिम छेड़ी।

प्रमुख घटनाएं:

  • 1988: खालिस्तान कमांडो फोर्स द्वारा बड़े नेताओं पर हमले।
  • अक्तूबर 1988: बम विस्फोट की घटना।

परमजीत सिंह, पाकिस्तान के लाहौर से आज भी अपने नेटवर्क को संचालित कर रहा है।

9. भूपिंदर सिंह भिंडा — खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का सदस्य

भूपिंदर सिंह भिंडा, जर्मनी में बैठकर आतंक की डोर हिला रहा है। पंजाब में हत्याएं, आतंकी हमले और नकली करंसी के फैलाव में इसकी सीधी संलिप्तता रही है।

10. गुरमीत सिंह बग्गा — खालिस्तानी आतंक का एक और चेहरा

गुरमीत सिंह बग्गा भी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का सक्रिय सदस्य है। यह जर्मनी से भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का प्रयास करता रहा है। देश में खालिस्तान आंदोलन को पुनर्जीवित करने की साजिशों में इसका अहम रोल है।

इन मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की धरपकड़ सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए भी जरूरी है। इनके खिलाफ कार्रवाई सिर्फ सजा नहीं होगी, बल्कि उन सैकड़ों बेगुनाहों को न्याय दिलाने का एक कदम भी होगी, जिनकी जानें इनकी हैवानियत का शिकार बनीं।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियां लगातार इनके खिलाफ प्रयासरत हैं, लेकिन जब तक ये चेहरे कानून के कठघरे में नहीं लाए जाते, तब तक देश की लड़ाई अधूरी है।

 

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