दिल्ली में बीजेपी की सत्ता में वापसी, सीएम पद की रेस में ये नाम

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा तेज हो गई है। 26 साल बाद सत्ता में लौटने वाली भाजपा ने 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की है, जिससे अब पार्टी के भीतर संभावित मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री पद की रेस में कौन-कौन?

चुनाव में जीतने वाले कई वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं। इनमें प्रमुख नाम प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, पवन शर्मा, विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय का है।

1. प्रवेश वर्मा

नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को 4,089 मतों से हराने के बाद प्रवेश वर्मा की लोकप्रियता चरम पर है। उनकी इस बड़ी जीत ने उन्हें मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदारों में शामिल कर दिया है।

2. आशीष सूद

जनकपुरी सीट से 18,766 मतों से विजयी रहे आशीष सूद भाजपा संगठन में प्रभावशाली माने जाते हैं। गोवा के प्रभारी और जम्मू-कश्मीर इकाई के सह-प्रभारी रह चुके सूद को प्रशासनिक अनुभव भी है।

3. पवन शर्मा

उत्तम नगर से 29,740 मतों से जीतने वाले पवन शर्मा भी मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं। असम भाजपा के सह-प्रभारी के रूप में उनके अनुभव को देखते हुए शीर्ष नेतृत्व उन पर भरोसा जता सकता है।

4. विजेंद्र गुप्ता

पूर्व विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके विजेंद्र गुप्ता रोहिणी से 37,816 मतों से जीतकर हैट्रिक लगा चुके हैं। उनकी प्रशासनिक समझ और भाजपा के साथ लंबे जुड़ाव को देखते हुए वे भी इस दौड़ में मजबूत उम्मीदवार हैं।

5. सतीश उपाध्याय

नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रहे सतीश उपाध्याय का संघ से गहरा जुड़ाव है, जो उनकी दावेदारी को मजबूत बनाता है।

महिला मुख्यमंत्री की संभावना?

सूत्रों का कहना है कि भाजपा नेतृत्व किसी महिला चेहरा को भी मुख्यमंत्री पद के लिए आगे कर सकता है। इस पर रेखा गुप्ता और शिखा राय का नाम चर्चा में है।

  • रेखा गुप्ता शालीमार बाग से 29,000 से अधिक मतों से जीती हैं।
  • शिखा राय ने ग्रेटर कैलाश से आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज को 3,188 मतों से हराया।

मौजूदा सांसद भी हो सकते हैं विकल्प

भाजपा की दिल्ली इकाई के एक वर्ग का मानना है कि पार्टी राष्ट्रीय नेतृत्व विधायक दल से बाहर के किसी चेहरे को भी मुख्यमंत्री बना सकती है। इस स्थिति में पूर्वी दिल्ली के सांसद हर्ष मल्होत्रा और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी के नाम पर विचार किया जा सकता है।

भाजपा का आधिकारिक रुख

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री चुनने का अंतिम फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा। उन्होंने कहा कि सभी नवनिर्वाचित विधायक पार्टी द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तैयार हैं।

अगले कदम का इंतजार

अब भाजपा हाईकमान द्वारा मुख्यमंत्री के नाम की औपचारिक घोषणा का इंतजार किया जा रहा है। क्या भाजपा किसी अनुभवी नेता को चुनेगी, या कोई नया चेहरा सामने आएगा? यह देखना दिलचस्प होगा।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top