बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने आरजेडी से निष्कासन के बाद राजनीतिक रूप से अलग राह चुन ली है। तेज प्रताप यादव ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJP) का गठन किया है और इस नई पार्टी के साथ वह बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में उतर रहे हैं। तेज प्रताप की पार्टी का सिंबल ‘ब्लैक बोर्ड’ है, जबकि पार्टी का झंडा पीला और हरा रंग लिए हुए है।
हालांकि, पार्टी के रंगों को लेकर काफी चर्चा रही, लेकिन अब खुद तेज प्रताप ने इसका खुलासा किया है।
तेज प्रताप की पार्टी के झंडे में पीला और हरा रंग क्यों?
तेज प्रताप यादव ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में बताया कि पार्टी के झंडे के रंग उनके व्यक्तिगत दृष्टिकोण और सामाजिक संदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा:
“मैं भगवान कृष्ण का भक्त हूं और भगवान कृष्ण पीतांबर पहनते हैं। इसलिए मैंने झंडे में पीला रंग चुना। इसके अलावा, मुझे पर्यावरण की चिंता है। हमारी पार्टी का संकल्प है कि हम प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा के लिए काम करें। यही कारण है कि हरा रंग झंडे में शामिल किया गया।”
इस तरह, पीला और हरा रंग तेज प्रताप यादव की धार्मिक आस्था और पर्यावरणीय जिम्मेदारी दोनों का प्रतीक हैं।
तेज प्रताप यादव की पार्टी की विचारधारा क्या है?
जब तेज प्रताप यादव से उनकी पार्टी की विचारधारा के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि:
- जनशक्ति जनता दल की नींव सामाजिक न्याय पर आधारित है।
- पार्टी का लक्ष्य है कि समाज के सभी वर्गों को बराबरी का अधिकार मिले।
- विकास की प्रक्रिया में हर वर्ग की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो।
इस प्रकार, पार्टी की प्राथमिकता केवल राजनीतिक सत्ता तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के लिए अवसरों का विस्तार करना भी है।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर तंज
तेज प्रताप यादव ने अपने बयान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर भी तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा:
“राहुल गांधी जो सब जगह घूम रहे थे। बुलेट चलाकर प्रदूषण फैला रहे थे। वो बताएं कि SIR का मुद्दा क्या है? अगर वोटर लिस्ट से नाम कट गया है तो जुड़वा लीजिए। खादी छोड़कर के, महात्मा गांधी के चरखा को छोड़कर के वेस्टर्न कपड़े जींस और टीशर्ट पहनकर घूम रहे हैं।”
जब टीवी शो के होस्ट ने पूछा कि क्या वे राहुल गांधी को खादी का कुर्ता भेंट करेंगे, तो तेज प्रताप ने उत्तर दिया:
“राहुल गांधी जहां भी होंगे, उन्हें खादी का कुर्ता भेज दिया जाएगा। अगर वह थाईलैंड में हों, तो कुर्ता वहीं भेजेंगे।”
तेज प्रताप ने कांग्रेस और गांधी परिवार के वर्तमान दृष्टिकोण पर भी कटाक्ष किया:
“महात्मा गांधी ने कांग्रेस का गठन देश को स्वतंत्र कराने के लिए किया था। गांधी जी चाहते थे कि देश को आजादी मिलने के बाद कांग्रेस को भंग कर दिया जाए। लेकिन राहुल गांधी अब तक उनके निर्देर्शों का पालन नहीं कर रहे हैं।”
तेज प्रताप यादव ने राजनीतिक यात्रा के इस नए चरण में धार्मिक आस्था, पर्यावरणीय जिम्मेदारी और सामाजिक न्याय को अपने एजेंडा का केंद्र बनाया है। उनके चुनावी कदम, पार्टी के रंग और झंडे का प्रतीक, यह स्पष्ट करते हैं कि वे केवल राजनीति नहीं, बल्कि संदेश और दृष्टिकोण भी देना चाहते हैं।