दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के लिए 2024 कई बड़े उतार-चढ़ावों का गवाह रहा। एक ओर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और नेतृत्व परिवर्तन ने सुर्खियां बटोरीं, तो दूसरी ओर, 76,000 करोड़ रुपये का ऐतिहासिक बजट और जनकल्याणकारी योजनाओं ने सरकार की उपलब्धियों को भी रेखांकित किया।
केजरीवाल की गिरफ्तारी: साल की सबसे बड़ी राजनीतिक घटना
साल की शुरुआत अरविंद केजरीवाल और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के बीच टकराव से हुई। शराब नीति से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने केजरीवाल को बार-बार समन भेजे। उन्होंने समन का पालन करने से इनकार कर दिया, जिससे मार्च 2024 में उनकी गिरफ्तारी हुई।
गिरफ्तारी के बावजूद, केजरीवाल ने जेल से सरकार चलाने का दावा किया, लेकिन उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इसे अस्वीकार कर दिया। इससे दोनों के बीच विवाद और गहराया।
नेतृत्व परिवर्तन और आतिशी का ‘प्रमोशन’
केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद सरकार में नेतृत्व संकट पैदा हुआ। इस दौरान, आतिशी ने न केवल अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया बल्कि मंत्रिमंडल की सबसे प्रभावशाली सदस्य के रूप में उभरीं। सितंबर में केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद, आतिशी ने दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
मंत्रिमंडल में उथल-पुथल
2024 में AAP सरकार को कई झटके झेलने पड़े। समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद और गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने अपने पदों से इस्तीफा दिया। गहलोत ने भाजपा का दामन थाम लिया, जिससे पार्टी को बड़ा झटका लगा।
उपलब्धियां: सबसे बड़ा बजट और जनकल्याणकारी योजनाएं
सभी राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद, AAP सरकार ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज कीं। मार्च 2024 में पेश किए गए 76,000 करोड़ रुपये के बजट ने इतिहास रच दिया। इसके अलावा, महिलाओं को 1,000 रुपये मासिक मानदेय देने के लिए ‘मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना’ शुरू की गई।
परिवहन में सुधार: इलेक्ट्रिक बसों का विस्तार
दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन में सुधार के लिए सरकार ने 1,300 इलेक्ट्रिक बसें शामिल कीं, जिससे कुल बसों की संख्या 7,200 हो गई। फरवरी में 350 नई ई-बसों को हरी झंडी दिखाकर शहर के परिवहन ढांचे को और मजबूत किया गया।
स्वच्छ हवा और स्वास्थ्य सेवाओं में प्रगति
दिल्ली में स्वच्छ हवा वाले दिनों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए। स्वास्थ्य क्षेत्र में मोहल्ला क्लीनिक की सेवाओं का विस्तार किया गया, हालांकि इसे उपराज्यपाल के साथ विवादों का भी सामना करना पड़ा।
शिक्षा क्षेत्र में नई पहल
शिक्षा क्षेत्र में ‘अभिशिक्त’ और ‘शिक्षा पर बात’ जैसे अभियानों के माध्यम से छात्रों और अभिभावकों की भागीदारी सुनिश्चित की गई। इन पहलों का उद्देश्य प्रतिभाशाली छात्रों को पहचानना और उनके कौशल को निखारना था।
उपराज्यपाल के साथ लगातार टकराव
2024 में AAP सरकार और उपराज्यपाल के बीच खींचतान पूरे साल जारी रही। मोहल्ला क्लीनिक की कथित अनियमितताओं की जांच हो या जल बिल माफी योजना पर विवाद, हर मुद्दे पर दोनों पक्षों में तीखी बयानबाजी देखने को मिली। स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने से लेकर बजट प्रक्रिया में देरी तक, इन टकरावों ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए।
2024 में दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने चुनौतियों और उपलब्धियों का संतुलन साधने की कोशिश की। जहां एक तरफ केजरीवाल की गिरफ्तारी और नेतृत्व परिवर्तन ने राजनीतिक अस्थिरता पैदा की, वहीं दूसरी ओर, ऐतिहासिक बजट, महिलाओं के लिए योजनाएं और परिवहन में सुधार ने सरकार के विकासशील दृष्टिकोण को दर्शाया।
2025 में आतिशी के नेतृत्व में AAP सरकार किस तरह राजधानी की जनता की उम्मीदों पर खरी उतरती है, यह देखना दिलचस्प होगा।