दिग्गज होटल बुकिंग प्लेटफॉर्म OYO ने इंडस्ट्री में अपनी ऐसी पहचान स्थापित कर ली है कि हर कोई इसके ब्रांड को कैश करा लेना चाहता है। चाहे छोटा शहर हो या बड़ा, हर गली-नुक्कड़, चौक-चौराहों पर छोटे-बड़े होटलों के बाहर आपको OYO होटल लिखा दिख जाएगा। अब सवाल उठता है कि क्या वाकई में यह सभी होटल OYO द्वारा संचालित किए जा रहे हैं, तो जवाब है- नहीं।
होटल बुकिंग प्लेटफॉर्म ‘OYO’ ने बुधवार को कहा कि गाजियाबाद पुलिस ने 50 से अधिक ऐसे होटलों को सील कर दिया है जो ‘फर्जी’ तरीके से उसके ब्रांड के नाम का इस्तेमाल कर रहे थे।
ब्रांडिंग के गलत इस्तेमाल पर OYO का बयान
गाजियाबाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई के बाद OYO ने एक बयान जारी किया है। इस बयान में OYO ने कहा है कि गाजियाबाद पुलिस ने इन होटलों के खिलाफ कार्रवाई कंपनी की ओर से शिकायत दर्ज कराने के बाद की है। OYO ने इस मामले में लाइसेंसिंग अथॉरिटी को भी एक रिपोर्ट भी सौंपी है।
बयान में ओयो ने कहा कि कंपनी और गाजियाबाद पुलिस ने OYO की ब्रांडिंग का फर्जी तरीके से इस्तेमाल करने वाले अनधिकृत होटलों पर शिकंजा कसने’ के लिए एक संयुक्त अभियान शुरू किया है।
OYO ने पहले इन होटलों को कानूनी नोटिस जारी कर अपने ब्रांड का नाम हटाने की मांग की थी। OYO ने बयान में कहा-
‘‘नक्कालों के खिलाफ अभियान में गाजियाबाद पुलिस ने चिह्नित होटलों की जांच की और उनके प्रबंधन को चेतावनी जारी की। पुलिस ने इन होटलों को नकली OYO ब्रांडिंग का इस्तेमाल करने के कानूनी परिणामों के बारे में भी जानकारी दे दी है।’’
गाजियाबाद पुलिस ने क्या कहा?
गाजियाबाद के कार्यवाहक अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजेश कुमार ने कहा-
‘‘यह अभियान विशेष रूप से ऐसे अनधिकृत प्रतिष्ठानों के विरुद्ध चलाया गया, जो तेजी से बढ़ रहे हैं और अपने बोर्ड पर ओयो ब्रांड नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं। वे होटल के संचालन के लिए अधिकृत नहीं थे। ऐसे प्रतिष्ठानों की पहचान की गई और प्रक्रिया के अनुसार उन्हें सील कर दिया गया।’’
ओयो इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी वरुण जैन ने कहा, ‘‘ये अनधिकृत होटल अक्सर ग्राहकों को धोखा देते हैं… कानून प्रवर्तन के साथ हमारी साझेदारी ओयो के नाम का दुरुपयोग करने वाले नकली होटलों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करती है, हमारे मेहमानों और ब्रांड की सुरक्षा करती है।’’